महाभारतम् — 12.225.9
Original
Segmented
वायोः अपि गुणम् स्पर्शम् आकाशम् ग्रसते यदा प्रशाम्यति तदा वायुः खम् तु तिष्ठति नानदत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
गुणम् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्पर्शम् | स्पर्श | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ग्रसते | ग्रस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यदा | यदा | pos=i |
प्रशाम्यति | प्रशम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तदा | तदा | pos=i |
वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
खम् | ख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नानदत् | नानद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |