महाभारतम् — 12.224.38
Original
Segmented
ज्योतिषो ऽपि विकुर्वाणाद् भवन्ति आपः रस-आत्मक अद्भ्यो गन्ध-गुणा भूमिः पूर्वा एषा सृष्टिः उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ज्योतिषो | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
विकुर्वाणाद् | विकृ | pos=va,g=n,c=5,n=s,f=part |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
आपः | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
रस | रस | pos=n,comp=y |
आत्मक | आत्मक | pos=a,g=f,c=1,n=p |
अद्भ्यो | अप् | pos=n,g=n,c=5,n=p |
गन्ध | गन्ध | pos=n,comp=y |
गुणा | गुण | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पूर्वा | पूर्व | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सृष्टिः | सृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |