महाभारतम् — 12.224.34
Original
Segmented
अभिभूय इह च अर्चिष्मत् व्यसृजत् सप्त मानसान् दूर-गम् बहुधा आगामिन् प्रार्थना-संशय-आत्मकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिभूय | अभिभू | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
च | च | pos=i |
अर्चिष्मत् | अर्चिष्मत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्यसृजत् | विसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सप्त | सप्तन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मानसान् | मानस | pos=a,g=m,c=2,n=p |
दूर | दूर | pos=a,comp=y |
गम् | ग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
आगामिन् | आगामिन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
प्रार्थना | प्रार्थना | pos=n,comp=y |
संशय | संशय | pos=n,comp=y |
आत्मकम् | आत्मक | pos=a,g=n,c=1,n=s |