Original

अनाद्यन्तमजं दिव्यमजरं ध्रुवमव्ययम् ।अप्रतर्क्यमविज्ञेयं ब्रह्माग्रे समवर्तत ॥ ११ ॥

Segmented

अनादि-अन्तम् अजम् दिव्यम् अजरम् ध्रुवम् अव्ययम् अप्रतर्क्यम् अविज्ञेयम् ब्रह्म अग्रे समवर्तत

Analysis

Word Lemma Parse
अनादि अनादि pos=a,comp=y
अन्तम् अन्त pos=n,g=n,c=1,n=s
अजम् अज pos=a,g=n,c=1,n=s
दिव्यम् दिव्य pos=a,g=n,c=1,n=s
अजरम् अजर pos=a,g=n,c=1,n=s
ध्रुवम् ध्रुव pos=a,g=n,c=1,n=s
अव्ययम् अव्यय pos=a,g=n,c=1,n=s
अप्रतर्क्यम् अप्रतर्क्य pos=a,g=n,c=1,n=s
अविज्ञेयम् अविज्ञेय pos=a,g=n,c=1,n=s
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
अग्रे अग्रे pos=i
समवर्तत संवृत् pos=v,p=3,n=s,l=lan