Original

उग्रसेन उवाच ।पश्य संकल्पते लोको नारदस्य प्रकीर्तने ।मन्ये स गुणसंपन्नो ब्रूहि तन्मम पृच्छतः ॥ ३ ॥

Segmented

उग्रसेन उवाच पश्य संकल्पते लोको नारदस्य प्रकीर्तने मन्ये स गुण-सम्पन्नः ब्रूहि तत् मे पृच्छतः

Analysis

Word Lemma Parse
उग्रसेन उग्रसेन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
संकल्पते संक्ᄆप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
लोको लोक pos=n,g=m,c=1,n=s
नारदस्य नारद pos=n,g=m,c=6,n=s
प्रकीर्तने प्रकीर्तन pos=n,g=n,c=7,n=s
मन्ये मन् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
गुण गुण pos=n,comp=y
सम्पन्नः सम्पद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पृच्छतः प्रच्छ् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part