महाभारतम् — 12.223.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच प्रियः सर्वस्य लोकस्य सर्व-सत्त्व-अभिनन्दिता गुणैः सर्वैः उपेतः च को नु अस्ति भुवि मानवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
सत्त्व | सत्त्व | pos=n,comp=y |
अभिनन्दिता | अभिनन्दितृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपेतः | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |