महाभारतम् — 12.222.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच किंशीलः किंसमाचारः किंविद्यः किंपरायणः प्राप्नोति ब्रह्मणः स्थानम् यत् परम् प्रकृतेः ध्रुवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किंशीलः | किंशील | pos=a,g=m,c=1,n=s |
किंसमाचारः | किंसमाचार | pos=a,g=m,c=1,n=s |
किंविद्यः | किंविद्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
किंपरायणः | किंपरायण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ब्रह्मणः | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रकृतेः | प्रकृति | pos=n,g=f,c=5,n=s |
ध्रुवम् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=s |