महाभारतम् — 12.221.94
Original
Segmented
त्वया कुरूणाम् वर यत् प्रचोदितम् भव-अभवस्य इह परम् निदर्शनम् तद् अद्य सर्वम् परिकीर्तितम् मया परीक्ष्य तत्त्वम् परिगन्तुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रचोदितम् | प्रचोदय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भव | भव | pos=n,comp=y |
अभवस्य | अभव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इह | इह | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निदर्शनम् | निदर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परिकीर्तितम् | परिकीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
परीक्ष्य | परीक्ष् | pos=vi |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परिगन्तुम् | परिगम् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |