महाभारतम् — 12.221.60
Original
Segmented
प्राकार-आगार-विध्वंसान् न स्म ते प्रतिकुर्वते न आद्रियन्ते पशून् बद्ध्वा यवसेन उदकेन च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राकार | प्राकार | pos=n,comp=y |
आगार | आगार | pos=n,comp=y |
विध्वंसान् | विध्वंस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रतिकुर्वते | प्रतिकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
आद्रियन्ते | आदृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पशून् | पशु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
बद्ध्वा | बन्ध् | pos=vi |
यवसेन | यवस | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उदकेन | उदक | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |