Original

नक्षत्रकल्पाभरणां ताराभक्तिसमस्रजम् ।श्रियं ददृशतुः पद्मां साक्षात्पद्मतलस्थिताम् ॥ १४ ॥

Segmented

नक्षत्र-कल्प-आभरणाम् तारा-भक्ति-सम-स्रजम् श्रियम् ददृशतुः पद्माम् साक्षात् पद्म-तल-स्थिताम्

Analysis

Word Lemma Parse
नक्षत्र नक्षत्र pos=n,comp=y
कल्प कल्प pos=a,comp=y
आभरणाम् आभरण pos=n,g=f,c=2,n=s
तारा तारा pos=n,comp=y
भक्ति भक्ति pos=n,comp=y
सम सम pos=n,comp=y
स्रजम् स्रज् pos=n,g=f,c=2,n=s
श्रियम् श्री pos=n,g=f,c=2,n=s
ददृशतुः दृश् pos=v,p=3,n=d,l=lit
पद्माम् पद्मा pos=n,g=f,c=2,n=s
साक्षात् साक्षात् pos=i
पद्म पद्म pos=n,comp=y
तल तल pos=n,comp=y
स्थिताम् स्था pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part