महाभारतम् — 12.220.4
Original
Segmented
धैर्येण युक्तस्य सतः शरीरम् न विशीर्यते आरोग्यात् च शरीरस्य स पुनः विन्दते श्रियम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धैर्येण | धैर्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
युक्तस्य | युज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सतः | अस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विशीर्यते | विशृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आरोग्यात् | आरोग्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
शरीरस्य | शरीर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
विन्दते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |