Original

तत्सदः स परिषत्सभासदः प्राप्य यो न कुरुते सभाभयम् ।धर्मतत्त्वमवगाह्य बुद्धिमान्योऽभ्युपैति स पुमान्धुरंधरः ॥ १८ ॥

Segmented

तत् सदः स परिषद्-सभ-सद् प्राप्य यो न कुरुते सभ-भयम् धर्म-तत्त्वम् अवगाह्य बुद्धिमान् यो ऽभ्युपैति स पुमान् धुरंधरः

Analysis

Word Lemma Parse
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
सदः सदस् pos=n,g=n,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
परिषद् परिषद् pos=n,comp=y
सभ सभा pos=n,comp=y
सद् सद् pos=a,g=m,c=5,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
कुरुते कृ pos=v,p=3,n=s,l=lat
सभ सभा pos=n,comp=y
भयम् भय pos=n,g=n,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
तत्त्वम् तत्त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
अवगाह्य अवगाह् pos=vi
बुद्धिमान् बुद्धिमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभ्युपैति अभ्युपे pos=v,p=3,n=s,l=lat
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पुमान् पुंस् pos=n,g=m,c=1,n=s
धुरंधरः धुरंधर pos=n,g=m,c=1,n=s