महाभारतम् — 12.218.27
Original
Segmented
शक्र उवाच ये वै सन्तो मनुष्येषु ब्रह्मण्याः सत्य-वादिनः ते ते पादम् तितिक्षन्ताम् अलम् सन्तः तितिक्ः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
सन्तो | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मनुष्येषु | मनुष्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ब्रह्मण्याः | ब्रह्मण्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पादम् | पाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तितिक्षन्ताम् | तितिक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
अलम् | अलम् | pos=i |
सन्तः | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तितिक्ः | तितिक्ष् | pos=vi |