Original

श्रीरुवाच ।न धाता न विधाता मां विदधाति कथंचन ।कालस्तु शक्र पर्यायान्मैनं शक्रावमन्यथाः ॥ १० ॥

Segmented

श्रीः उवाच न धाता न विधाता माम् विदधाति कथंचन कालः तु शक्र पर्यायात् मा एनम् शक्र अवमन्यथाः

Analysis

Word Lemma Parse
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
धाता धातृ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
विधाता विधातृ pos=n,g=m,c=1,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
विदधाति विधा pos=v,p=3,n=s,l=lat
कथंचन कथंचन pos=i
कालः काल pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
शक्र शक्र pos=n,g=m,c=8,n=s
पर्यायात् पर्याय pos=n,g=m,c=5,n=s
मा मा pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
शक्र शक्र pos=n,g=m,c=8,n=s
अवमन्यथाः अवमन् pos=v,p=2,n=s,l=lan