Original

दृष्ट्वा सुकृपणां चेमामवस्थामात्मनो बले ।ज्ञातिमित्रपरित्यक्तः शोचस्याहो न शोचसि ॥ ३ ॥

Segmented

दृष्ट्वा सु कृपणाम् च इमाम् अवस्थाम् आत्मनो बले ज्ञाति-मित्र-परित्यक्तः शोचसि आहो न शोचसि

Analysis

Word Lemma Parse
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
सु सु pos=i
कृपणाम् कृपण pos=a,g=f,c=2,n=s
pos=i
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
अवस्थाम् अवस्था pos=n,g=f,c=2,n=s
आत्मनो आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
बले बल pos=n,g=n,c=7,n=s
ज्ञाति ज्ञाति pos=n,comp=y
मित्र मित्र pos=n,comp=y
परित्यक्तः परित्यज् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
शोचसि शुच् pos=v,p=2,n=s,l=lat
आहो आहो pos=i
pos=i
शोचसि शुच् pos=v,p=2,n=s,l=lat