Original

बलिरुवाच ।न त्वं पश्यसि भृङ्गारं न छत्रं व्यजनं न च ।ब्रह्मदत्तां च मे मालां न त्वं द्रक्ष्यसि वासव ॥ २४ ॥

Segmented

बलिः उवाच न त्वम् पश्यसि भृङ्गारम् न छत्रम् व्यजनम् न च ब्रह्म-दत्ताम् च मे मालाम् न त्वम् द्रक्ष्यसि वासव

Analysis

Word Lemma Parse
बलिः बलि pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
पश्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lat
भृङ्गारम् भृङ्गार pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
छत्रम् छत्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
व्यजनम् व्यजन pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
pos=i
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
दत्ताम् दा pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मालाम् माला pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
द्रक्ष्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
वासव वासव pos=n,g=m,c=8,n=s