महाभारतम् — 12.214.9
Original
Segmented
भीष्म उवाच अन्तरा प्रातराशम् च सायमाशम् तथा एव च सदा उपवासी च भवेद् यो न भुङ्क्ते कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अन्तरा | अन्तरा | pos=i |
प्रातराशम् | प्रातराश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सायमाशम् | सायमाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
उपवासी | उपवासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कथंचन | कथंचन | pos=i |