महाभारतम् — 12.211.46
Original
Segmented
विनाशिनो ह्य् अध्रुव-जीवितस्य किम् बन्धुभिः मित्र-परिग्रहैः च विहाय यो गच्छति सर्वम् एव क्षणेन गत्वा न निवर्तते च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विनाशिनो | विनाशिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
अध्रुव | अध्रुव | pos=a,comp=y |
जीवितस्य | जीवित | pos=n,g=m,c=6,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बन्धुभिः | बन्धु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
परिग्रहैः | परिग्रह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
विहाय | विहा | pos=vi |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गत्वा | गम् | pos=vi |
न | न | pos=i |
निवर्तते | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |