महाभारतम् — 12.210.9
Original
Segmented
प्रकृत्या सर्ग-धर्मिन् तथा त्रिविध-सत्त्वया विपरीतम् अतो विद्यात् क्षेत्रज्ञस्य च लक्षणम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रकृत्या | प्रकृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
सर्ग | सर्ग | pos=n,comp=y |
धर्मिन् | धर्मिन् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
त्रिविध | त्रिविध | pos=a,comp=y |
सत्त्वया | सत्त्व | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विपरीतम् | विपरीत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अतो | अतस् | pos=i |
विद्यात् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
क्षेत्रज्ञस्य | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=1,n=s |