महाभारतम् — 12.210.35
Original
Segmented
विकारम् प्रकृतिम् च एव पुरुषम् च सनातनम् यो यथावद् विजानाति स वितृष्णो विमुच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विकारम् | विकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रकृतिम् | प्रकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सनातनम् | सनातन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथावद् | यथावत् | pos=i |
विजानाति | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वितृष्णो | वितृष्ण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विमुच्यते | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |