महाभारतम् — 12.206.1
Original
Segmented
गुरुः उवाच रजसा साध्यते मोहः तमसा च नर-ऋषभ क्रोध-लोभौ भयम् दर्प एतेषाम् साधनात् शुचिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
साध्यते | साधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मोहः | मोह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
नर | नर | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
लोभौ | लोभ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दर्प | दर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एतेषाम् | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
साधनात् | साधन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |