महाभारतम् — 12.205.25
Original
Segmented
शिष्य उवाच के दोषा मनसा त्यक्ताः के बुद्ध्या शिथिलीकृताः के पुनः पुनः आयान्ति के मोहाद् अफला इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिष्य | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दोषा | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
त्यक्ताः | त्यज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
शिथिलीकृताः | शिथिलीकृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
आयान्ति | आया | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मोहाद् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अफला | अफल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |