महाभारतम् — 12.205.11
Original
Segmented
मृद्-मयम् शरणम् यद्वत् मृदा एव परिलिप्यते पार्थिवो ऽयम् तथा देहो मृद्-विकारैः विलिप्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मृद् | मृद् | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद्वत् | यद्वत् | pos=i |
मृदा | मृद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
परिलिप्यते | परिलिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पार्थिवो | पार्थिव | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
देहो | देह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मृद् | मृद् | pos=n,comp=y |
विकारैः | विकार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विलिप्यते | विलिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |