महाभारतम् — 12.204.14
Original
Segmented
सरजस्को अरजस्कः च स वै वायुः यथा भवेत् तथा एतत् अन्तरम् विद्यात् क्षेत्र-क्षेत्रज्ञयोः बुधः अभ्यासात् स तथा युक्तो न गच्छेत् प्रकृतिम् पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सरजस्को | सरजस्क | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अरजस्कः | अरजस्क | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तथा | तथा | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विद्यात् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
क्षेत्र | क्षेत्र | pos=n,comp=y |
क्षेत्रज्ञयोः | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
बुधः | बुध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अभ्यासात् | अभ्यास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
युक्तो | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्रकृतिम् | प्रकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |