महाभारतम् — 12.203.4
Original
Segmented
उपासनात् प्रसन्नो ऽसि यदि वै भगवन् मे संशयो मे महान् कश्चित् तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपासनात् | उपासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
प्रसन्नो | प्रसद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
यदि | यदि | pos=i |
वै | वै | pos=i |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |