महाभारतम् — 12.203.20
Original
Segmented
न्याय-तन्त्रानि अनेकानि तैः तैः उक्तानि वादिभिः हेतु-आगम-सत्-आचारैः यद् उक्तम् तद् उपास्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न्याय | न्याय | pos=n,comp=y |
तन्त्रानि | तन्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अनेकानि | अनेक | pos=a,g=n,c=1,n=p |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उक्तानि | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
वादिभिः | वादिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
हेतु | हेतु | pos=n,comp=y |
आगम | आगम | pos=n,comp=y |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
आचारैः | आचार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपास्यते | उपास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |