महाभारतम् — 12.20.11
Original
Segmented
यज्ञैः इन्द्रो विविधैः अन्नवद्भिः देवान् सर्वान् अभ्ययात् महा-ओजाः तेन इन्द्र-त्वम् प्राप्य विभ्राजते ऽसौ तस्माद् यज्ञे सर्वम् एव उपयुज्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इन्द्रो | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विविधैः | विविध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अन्नवद्भिः | अन्नवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ओजाः | ओजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेन | तेन | pos=i |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
विभ्राजते | विभ्राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
उपयुज् | उपयुज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |