महाभारतम् — 12.192.7
Original
Segmented
स देव्या दर्शितः साक्षात् प्रीता अस्मि इति तदा किल जप्यम् आवर्तय् तूष्णीम् न च ताम् किंचिद् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देव्या | देवी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
दर्शितः | दर्शय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
साक्षात् | साक्षात् | pos=i |
प्रीता | प्री | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
किल | किल | pos=i |
जप्यम् | जप्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आवर्तय् | आवर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तूष्णीम् | तूष्णीम् | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |