महाभारतम् — 12.187.60
Original
Segmented
लोक आतुर-जनान् विराविणस् तत् तद् एव बहु पश्य शोचतः तत्र पश्य कुशलान् अ शुच् ये विदुः तत् उभयम् पदम् सदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोक | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
आतुर | आतुर | pos=a,comp=y |
जनान् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विराविणस् | विराविन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शोचतः | शुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कुशलान् | कुशल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
अ | अ | pos=i |
शुच् | शुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उभयम् | उभय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सदा | सदा | pos=i |