महाभारतम् — 12.187.43
Original
Segmented
आश्रयो न अस्ति सत्त्वस्य क्षेत्रज्ञस्य च कश्चन सत्त्वम् मनः संसृजति न गुणान् वै कदाचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आश्रयो | आश्रय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सत्त्वस्य | सत्त्व | pos=n,g=n,c=6,n=s |
क्षेत्रज्ञस्य | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संसृजति | संसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वै | वै | pos=i |
कदाचन | कदाचन | pos=i |