Original

भीष्म उवाच ।अध्यात्ममिति मां पार्थ यदेतदनुपृच्छसि ।तद्व्याख्यास्यामि ते तात श्रेयस्करतरं सुखम् ॥ २ ॥

Segmented

भीष्म उवाच अध्यात्मम् इति माम् पार्थ यद् एतद् अनुपृच्छसि तद् व्याख्यास्यामि ते तात श्रेयस्करतरम् सुखम्

Analysis

Word Lemma Parse
भीष्म भीष्म pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अध्यात्मम् अध्यात्म pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुपृच्छसि अनुप्रछ् pos=v,p=2,n=s,l=lat
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
व्याख्यास्यामि व्याख्या pos=v,p=1,n=s,l=lrt
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
श्रेयस्करतरम् श्रेयस्करतर pos=a,g=n,c=2,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=2,n=s