महाभारतम् — 12.185.6
Original
Segmented
मोक्ष-आश्रमम् यः कुरुते यथोक्तम् शुचिः सु संकल्पय्-बुद्धि-युक्तः अनिन्धनम् ज्योतिः इव प्रशान्तम् स ब्रह्म-लोकम् श्रयते द्विजातिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यथोक्तम् | यथोक्तम् | pos=i |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
संकल्पय् | संकल्पय् | pos=va,comp=y,f=part |
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
युक्तः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अनिन्धनम् | अनिन्धन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रशान्तम् | प्रशम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रयते | श्रि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
द्विजातिः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |