महाभारतम् — 12.185.16
Original
Segmented
इह चिन्ता बहुविधा धर्म-अधर्मस्य कर्मणः यः तत् वेद उभयम् प्राज्ञः पाप्मना न स लिप्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इह | इह | pos=i |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बहुविधा | बहुविध | pos=a,g=f,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अधर्मस्य | अधर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उभयम् | उभय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पाप्मना | पाप्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लिप्यते | लिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |