महाभारतम् — 12.182.16
Original
Segmented
मनः प्राणे निगृह्णीयात् प्राणम् ब्रह्मणि धारयेत् निर्वाणाद् एव निर्वाणो न च किंचिद् विचिन्तयेत् सुखम् वै ब्राह्मणो ब्रह्म स वै तेन अधिगच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राणे | प्राण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निगृह्णीयात् | निग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्राणम् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्रह्मणि | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
धारयेत् | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
निर्वाणाद् | निर्वाण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एव | एव | pos=i |
निर्वाणो | निर्वा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विचिन्तयेत् | विचिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अधिगच्छति | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |