महाभारतम् — 12.180.9
Original
Segmented
जङ्गमानाम् हि सर्वेषाम् स्थावराणाम् तथा एव च आकाशम् पवनो ऽभ्येति ज्योतिः तम् अनुगच्छति तत्र त्रयाणाम् एक-त्वम् द्वयम् भूमौ प्रतिष्ठितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जङ्गमानाम् | जङ्गम | pos=a,g=n,c=6,n=p |
हि | हि | pos=i |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=n,c=6,n=p |
स्थावराणाम् | स्थावर | pos=a,g=n,c=6,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पवनो | पवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्येति | अभी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुगच्छति | अनुगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्रयाणाम् | त्रि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
एक | एक | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
द्वयम् | द्वय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
प्रतिष्ठितम् | प्रतिष्ठा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |