महाभारतम् — 12.177.2
Original
Segmented
यद् आसृजत् सहस्राणि भूतानाम् स महामतिः पञ्चानाम् एव भूत-त्वम् कथम् समुपपद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यत् | pos=i |
आसृजत् | आसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महामतिः | महामति | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पञ्चानाम् | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
एव | एव | pos=i |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
समुपपद्यते | समुपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |