Original

आत्मना विहितं दुःखमात्मना विहितं सुखम् ।गर्भशय्यामुपादाय भुज्यते पौर्वदेहिकम् ॥ १४ ॥

Segmented

आत्मना विहितम् दुःखम् आत्मना विहितम् सुखम् गर्भशय्याम् उपादाय भुज्यते पौर्वदेहिकम्

Analysis

Word Lemma Parse
आत्मना आत्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=1,n=s
आत्मना आत्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
गर्भशय्याम् गर्भशय्या pos=n,g=f,c=2,n=s
उपादाय उपादा pos=vi
भुज्यते भुज् pos=v,p=3,n=s,l=lat
पौर्वदेहिकम् पौर्वदेहिक pos=a,g=n,c=1,n=s