महाभारतम् — 12.173.27
Original
Segmented
परिच्छिद्य एव कामानाम् सर्वेषाम् च एव कर्मणाम् मूलम् रुन्धि इन्द्रिय-ग्रामम् शकुन्तान् इव पञ्जरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परिच्छिद्य | परिच्छिद् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
कामानाम् | काम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रुन्धि | रुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
ग्रामम् | ग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शकुन्तान् | शकुन्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
पञ्जरे | पञ्जर | pos=n,g=n,c=7,n=s |