Original

भीष्म उवाच ।अजगरचरितं व्रतं महात्मा य इह नरोऽनुचरेद्विनीतरागः ।अपगतभयमन्युलोभमोहः स खलु सुखी विहरेदिमं विहारम् ॥ ३७ ॥

Segmented

भीष्म उवाच अजगर-चरितम् व्रतम् महात्मा य इह नरो ऽनुचरेद् विनीत-रागः अपगत-भय-मन्यु-लोभ-मोहः स खलु सुखी विहरेद् इमम् विहारम्

Analysis

Word Lemma Parse
भीष्म भीष्म pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अजगर अजगर pos=n,comp=y
चरितम् चर् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
व्रतम् व्रत pos=n,g=n,c=2,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
इह इह pos=i
नरो नर pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽनुचरेद् अनुचर् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
विनीत विनी pos=va,comp=y,f=part
रागः राग pos=n,g=m,c=1,n=s
अपगत अपगम् pos=va,comp=y,f=part
भय भय pos=n,comp=y
मन्यु मन्यु pos=n,comp=y
लोभ लोभ pos=n,comp=y
मोहः मोह pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
खलु खलु pos=i
सुखी सुखिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
विहरेद् विहृ pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
इमम् इदम् pos=n,g=m,c=2,n=s
विहारम् विहार pos=n,g=m,c=2,n=s