महाभारतम् — 12.17.2
Original
Segmented
एभिः पाप्मभिः आविष्टो राज्यम् त्वम् अभिकाङ्क्षसि निरामिषो विनिर्मुक्तः प्रशान्तः सु सुखी भव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पाप्मभिः | पाप्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आविष्टो | आविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अभिकाङ्क्षसि | अभिकाङ्क्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
निरामिषो | निरामिष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विनिर्मुक्तः | विनिर्मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रशान्तः | प्रशम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सु | सु | pos=i |
सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |