Original

निरामिषा न शोचन्ति शोचसि त्वं किमामिषम् ।परित्यज्यामिषं सर्वं मृषावादात्प्रमोक्ष्यसे ॥ १३ ॥

Segmented

निरामिषा न शोचन्ति शोचसि त्वम् किम् आमिषम् परित्यज्य आमिषम् सर्वम् मृषावादात् प्रमोक्ष्यसे

Analysis

Word Lemma Parse
निरामिषा निरामिष pos=a,g=m,c=1,n=p
pos=i
शोचन्ति शुच् pos=v,p=3,n=p,l=lat
शोचसि शुच् pos=v,p=2,n=s,l=lat
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
किम् किम् pos=i
आमिषम् आमिष pos=n,g=n,c=2,n=s
परित्यज्य परित्यज् pos=vi
आमिषम् आमिष pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
मृषावादात् मृषावाद pos=n,g=m,c=5,n=s
प्रमोक्ष्यसे प्रमुच् pos=v,p=2,n=s,l=lrt