महाभारतम् — 12.169.11
Original
Segmented
रात्र्याम् रात्र्याम् व्यतीतायाम् आयुः अल्पतरम् यदा गाध-उदके मत्स्य इव सुखम् विन्देत कः तदा तद् एव वन्ध्यम् दिवसम् इति विद्याद् विचक्षणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रात्र्याम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
रात्र्याम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
व्यतीतायाम् | व्यती | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
आयुः | आयुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अल्पतरम् | अल्पतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
गाध | गाध | pos=a,comp=y |
उदके | उदक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मत्स्य | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विन्देत | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
वन्ध्यम् | वन्ध्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दिवसम् | दिवस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
विद्याद् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
विचक्षणः | विचक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=s |