महाभारतम् — 12.168.51
Original
Segmented
अनर्थो ऽपि भवति अर्थः दैवात् पूर्व-कृतेन वा संबुद्धा अहम् निराकारा न अहम् अद्य अजित-इन्द्रिया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनर्थो | अनर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दैवात् | दैव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
कृतेन | कृ | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
वा | वा | pos=i |
संबुद्धा | सम्बुध् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निराकारा | निराकार | pos=a,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
अजित | अजित | pos=a,comp=y |
इन्द्रिया | इन्द्रिय | pos=n,g=f,c=1,n=s |