Original

अनर्थोऽपि भवत्यर्थो दैवात्पूर्वकृतेन वा ।संबुद्धाहं निराकारा नाहमद्याजितेन्द्रिया ॥ ५१ ॥

Segmented

अनर्थो ऽपि भवति अर्थः दैवात् पूर्व-कृतेन वा संबुद्धा अहम् निराकारा न अहम् अद्य अजित-इन्द्रिया

Analysis

Word Lemma Parse
अनर्थो अनर्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽपि अपि pos=i
भवति भू pos=v,p=3,n=s,l=lat
अर्थः अर्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
दैवात् दैव pos=n,g=n,c=5,n=s
पूर्व पूर्व pos=n,comp=y
कृतेन कृ pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part
वा वा pos=i
संबुद्धा सम्बुध् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
निराकारा निराकार pos=a,g=f,c=1,n=s
pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अद्य अद्य pos=i
अजित अजित pos=a,comp=y
इन्द्रिया इन्द्रिय pos=n,g=f,c=1,n=s