महाभारतम् — 12.168.40
Original
Segmented
यदा संहरते कामान् कूर्मो अङ्गानि इव सर्वशः तदा आत्म-ज्योतिः आत्मा च आत्मनि एव प्रसीदति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
संहरते | संहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कूर्मो | कूर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अङ्गानि | अङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रसीदति | प्रसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |