महाभारतम् — 12.167.21
Original
Segmented
कृतज्ञेन सदा भाव्यम् मित्र-कामेन च अनघ मित्रात् प्रभवते सत्यम् मित्रात् प्रभवते बलम् सत्कारैः उत्तमैः मित्रम् पूजयेत विचक्षणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृतज्ञेन | कृतज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
भाव्यम् | भावय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
कामेन | काम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
मित्रात् | मित्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रभवते | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मित्रात् | मित्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रभवते | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सत्कारैः | सत्कार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उत्तमैः | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पूजयेत | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
विचक्षणः | विचक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=s |