Original

क्व ते निवासः कल्याण किंगोत्रा ब्राह्मणी च ते ।तत्त्वं ब्रूहि न भीः कार्या विश्रमस्व यथासुखम् ॥ ४ ॥

Segmented

क्व ते निवासः कल्याण किंगोत्रा ब्राह्मणी च ते तत्त्वम् ब्रूहि न भीः कार्या विश्रमस्व यथासुखम्

Analysis

Word Lemma Parse
क्व क्व pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
निवासः निवास pos=n,g=m,c=1,n=s
कल्याण कल्याण pos=a,g=m,c=8,n=s
किंगोत्रा किंगोत्र pos=a,g=f,c=1,n=s
ब्राह्मणी ब्राह्मणी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
तत्त्वम् तत्त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
pos=i
भीः भी pos=n,g=f,c=1,n=s
कार्या कृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya
विश्रमस्व विश्रम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
यथासुखम् यथासुखम् pos=i