महाभारतम् — 12.163.22
Original
Segmented
राजधर्मा उवाच स्वागतम् भवते विप्र दिष्ट्या प्राप्तो ऽसि मे गृहम् अस्तम् च सविता यातः संध्या इयम् समुपस्थिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राजधर्मा | राजधर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवते | भवत् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्तम् | अस्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सविता | सवितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यातः | या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
संध्या | संध्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
समुपस्थिता | समुपस्था | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |