महाभारतम् — 12.162.39
Original
Segmented
विनीतो नियमित-आहारः ब्रह्मण्यो वेद-पारगः स ब्रह्मचारी तद्-देश्यः सखा तस्य एव सु प्रियम् तम् दस्यु-ग्रामम् अगमद् यत्र असौ गौतमो ऽभवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विनीतो | विनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नियमित | नियम् | pos=va,comp=y,f=part |
आहारः | आहार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्मण्यो | ब्रह्मण्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
पारगः | पारग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
ब्रह्मचारी | ब्रह्मचारिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
देश्यः | देश्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
सु | सु | pos=i |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दस्यु | दस्यु | pos=n,comp=y |
ग्रामम् | ग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अगमद् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
यत्र | यत्र | pos=i |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गौतमो | गौतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |