Original

वक्राङ्गांस्तु स नित्यं वै सर्वतो बाणगोचरे ।जघान गौतमो राजन्यथा दस्युगणस्तथा ॥ ३५ ॥

Segmented

वक्र-अङ्गान् तु स नित्यम् वै सर्वतो बाण-गोचरे जघान गौतमो राजन् यथा दस्यु-गणः तथा

Analysis

Word Lemma Parse
वक्र वक्र pos=a,comp=y
अङ्गान् अङ्ग pos=n,g=m,c=2,n=p
तु तु pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
वै वै pos=i
सर्वतो सर्वतस् pos=i
बाण बाण pos=n,comp=y
गोचरे गोचर pos=n,g=m,c=7,n=s
जघान हन् pos=v,p=3,n=s,l=lit
गौतमो गौतम pos=n,g=m,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
यथा यथा pos=i
दस्यु दस्यु pos=n,comp=y
गणः गण pos=n,g=m,c=1,n=s
तथा तथा pos=i