महाभारतम् — 12.162.23
Original
Segmented
लोष्ट-काञ्चन-तुल्य-अर्थाः सुहृद्-स्व-शठ-बुद्धयः ये चरन्ति अनभीमानाः निसृष्ट-अर्थ-विभूषणाः संगृह्णन्तः परिजनम् स्वामि-अर्थ-परमाः सदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोष्ट | लोष्ट | pos=n,comp=y |
काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
शठ | शठ | pos=a,comp=y |
बुद्धयः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
चरन्ति | चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अनभीमानाः | अनभीमान | pos=a,g=m,c=1,n=p |
निसृष्ट | निसृज् | pos=va,comp=y,f=part |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
विभूषणाः | विभूषण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संगृह्णन्तः | संग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
परिजनम् | परिजन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वामि | स्वामिन् | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
परमाः | परम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |